सुबह के ६ बजे,
हलकी ठंडी हवायो के मज़े ..
उठा हु मै बड़ी मस्सकत से ..
भोर का मिजाज़ लेने ||
रात अभी, बीती नहीं .
सूरज अभी उगा नहीं ..
भोर का आगाज़ कराने ..
पक्षियों से अब रुका जाता नहीं ..||
बाहे फैलाये, झूमती हवायो को महसूस करता ..
एक ख्याल है अक्सर दिल को छू सा जाता .,
की महज ये दिन रात नहीं ..
अंत और शुरुवात भी है ..||
अंत है विचारो का जो पुरानी हो चुकी है ..|
अंत है खयालो का जो हिम्मत हार बैठी है ..|
उगता सूरज है लाता हर दिन एक नयी शुरुआत ..
सुनहरी किरने है कराती नयी जोश का आगाज़ ||
सड़के पड़ी है अभी थोड़ी वीरानी ..,
कुछ ही पल ने बदल जाएगी इनकी कहानी ..|
भाग दौड़ भरी ज़िन्दगी, बढती आबादी , बढ़ते शौक ..
कर देंगे इस भोर को आज की दुपहरी ..||
हलकी ठंडी हवायो के मज़े ..
उठा हु मै बड़ी मस्सकत से ..
Nothing is as precious as a fresh morning... ☺ |
रात अभी, बीती नहीं .
सूरज अभी उगा नहीं ..
भोर का आगाज़ कराने ..
पक्षियों से अब रुका जाता नहीं ..||
बाहे फैलाये, झूमती हवायो को महसूस करता ..
एक ख्याल है अक्सर दिल को छू सा जाता .,
की महज ये दिन रात नहीं ..
अंत और शुरुवात भी है ..||
अंत है विचारो का जो पुरानी हो चुकी है ..|
अंत है खयालो का जो हिम्मत हार बैठी है ..|
उगता सूरज है लाता हर दिन एक नयी शुरुआत ..
सुनहरी किरने है कराती नयी जोश का आगाज़ ||
सड़के पड़ी है अभी थोड़ी वीरानी ..,
कुछ ही पल ने बदल जाएगी इनकी कहानी ..|
भाग दौड़ भरी ज़िन्दगी, बढती आबादी , बढ़ते शौक ..
कर देंगे इस भोर को आज की दुपहरी ..||